बदन दर्द ( Badan dard ) आज के युग में एक आम समस्या है । आज कल की अति व्यस्त भाग दौड़ भरी जिंदगी में लगातार काम करते रहने, समय पर खान पान ना करने, अत्यधिक शारीरिक श्रम करने, पर्याप्त नींद ना लेने वा तनाव की वजह से शरीर पर जल्दी ही थकावट हावी हो जाती है, बदन दर्द ( Badan dard ) करने लगता है जिससे किसी भी कार्य में मन नहीं लगता है ।
म यहाँ पर कुछ आसान से उपाय बता रहे है जिनकी सहायता से आप अपने बदन दर्द से छुटकारा ( Badan dard se chutkara ) पा सकते है ।
जानिए, बदन दर्द, ( Badan dard ) बदन दर्द के घरेलू उपचार, ( Badan dard ke gharelu upchar )
* शरीर में विटामिन डी की कमी से भी शरीर में दर्द ( sharir me dard ) होता है । विटामिन डी की कमी से जल्दी थकान हो जाती है, कमजोरी लगने लगती है, हड्डियों में दर्द ( haddiyon me dard ) होता है , शरीर में जकड़न ( sharir me jakadan ) लगती है । आजकल की व्यस्त दिनचर्या के कारण लोग सूर्य के किरणों से संपर्क में बहुत कम आते हैं जिसके कारण शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है।
* बदन दर्द ( Badan dard ) में अजवाइन का तेल बहुत ही कारगर रहता है | 20 ग्राम अजवाइन के तेल में 10 ग्राम पिपरमिंट और 20 ग्राम कपूर को मिलाकर एक शीशी में रख दें। फिर जब भी कभी बदन में , पसलियों में, कमर में या सर में दर्द हो तो इस तेल को लगाएं, इससे कुछ ही मिनटों में बदन दर्द गायब minto men badan dard gayab हो जायेगा।
* लहसुन की चार पाँच कुलियाँ छीलकर और आधा चम्मच अजवायन के दाने तीस ग्राम सरसों के तेल में डालकर धीमी-धीमी आँच पर पकायें। लहसुन और अजवायन काली पडने पर तेल उतारकर उसे छान लें। इस हल्के गर्म तेल की मालिश करने से हर प्रकार के बदन दर्द में आराम मिलता है।
* 10 ग्राम कपूर और 200 ग्राम सरसों का तेल शीशी में भरकर उसे बंद करके धूप में रख दें। जब दोनों वस्तुएँ मिलकर एक हो जाए तब इस तेल की मालिश से हर तरह का बदन दर्द, badan dard माँसपेशियों का दर्द manspeshiyon ka dard अति शीघ्र ही ठीक हो जाता हैं।
* विटामिन डी की कमी होने के कारण शरीर खाने से कैल्सियम को मात्र 12 से 15% ही सोख पाता है। इससे हड्डियों पर असर पड़ता है बदन में दर्द ( Badan me dard ) की , शीघ्र थकान की अक्सर शिकायत होती है । इससे बचने के लिए नित्य थोड़ी देर सूर्य की किरणों में रहे , विटामिन डी के सप्लीमेन्ट भी ले सकते है ।
* हमारे शरीर को कैल्शियम की नितांत आवश्यकता होती है, कैलिशयम से हड्डियां स्वस्थ रहती है | जब शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है तो उसका सीधा प्रभाव हमारी हड्डियों , हमारे दाँतो पर पड़ता है | कैल्शियम युक्त भोज्य पदार्थ खाने से न केवल शरीर की हड्डियां और दाँत मजबूत होते है वरन ह्रदय की गति भी संतुलित रहती है।
* कैल्शियम के प्रमुख स्रोत दूध, पनीर, दही और अंडे आदि माने जाते है। इसके अतिरिक्त बहुत से फलो और सब्जियों में भी कैल्शियम विशेष मात्रा में पाया जाता हैं। सूखे मेवे जैसे बादाम, पिस्ता, खजूर और मुनक्का और मूग, चना, राजमा, सोयाबीन जैसे आनाज भी कैल्शियम के अच्छे स्रोत्र है |
इसलिए नित्य कैल्शियम वाले पदार्थो का उपयोग अवश्य ही करे, इससे शरीर स्वस्थ रहेगा, थकान , बदन दर्द का सामना भी नहीं करना पड़ेगा |
* अखरोट के तेल की मालिश करने से हाथ पैरों की ऐंठन दर्द जल्दी ही दूर हो जाता है।
* हल्दी में दर्द निवारक मानी गयी है। बदन दर्द में हल्दी चूर्ण को दूध के साथ लेने पर शीघ्र ही राहत मिलती है।
* बदन दर्द से बचने के लिए फल और सब्जियों का सेवन अधिक से अधिक करें। ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर भोजन करें ।
* सरसों के तेल में नमक मिलाकर गुनगुना करके पूरे बदन पर मालिश करके गर्म पानी में नहा लें। इससे तुरंत राहत मिलती है।
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