मोच के घरेलु उपचार
Monch Ke Gharelu Upchar
कई बार काम करते समय, खेलते कूदते सीढ़ी चढ़ते हमें यह मालूम ही नहीं हो पाता कि हमारे हाथ-पाँव या कमर में मोच लग गई है, लेकिन कुछ समय बाद उस जगह दुःखने पर हमें यह पता लगता है। मोच आने पर उस अंग पर सूजन आ जाती है और काफी दर्द होने लगता है , अगर आपको असहनीय दर्द या ज्यादा परेशानी है तो आप तुरंत डॉक्टर को दिखाएँ ,लेकिन यदि मोच छोटी है तो आप उस का घरेलू उपचार भी कर सकते है, जानिए मोच के घरेलु उपचार, Monch Ke Gharelu Upchar ।
मोच ( Monch ) के स्थान पर चने बांधकर उन्हें पानी से भिगोते रहें। जैसे-जैसे चने फूलेंगे वैसे-वैसे मोच ( Monch ) दूर होती जाएगी, यह बहुत ही कारगर इलाज माना गया है।
सरसो और हल्दी को गर्म करके उसे मोच ( Monch ) वाले स्थान पर लगायें और उस पर एरण्ड के पत्ते को रखकर पट्टी बांध दें।
50 ग्राम तिल के तेल में 2 ग्राम अफीम को अच्छी तरह से मिलाकर मोच ( Monch ) वाले अंग पर मालिश करने से काफी लाभ मिलता है।
फिटकरी के 3 ग्राम चूर्ण को आधा किलो गर्म दूध के साथ लेने से मोच ( Monch ) और भीतरी चोट जल्दी ही ठीक हो जाती है।
10-10 ग्राम नौसादर और कलमी शोरा को पीसकर उसे 200 ग्राम पानी में मिलाएं फिर इसमें कपड़ा भिगोकर बार-बार मोच ( Monch ) के ऊपर लगाने से शीघ्र लाभ होता है।
मोच ( Monch ) वाले अंग पर शहद और चूना मिलाकर उससे दिन में 2-3 बार हल्की मालिश करने से जल्दी आराम होता है।
मोच ( Monch ) वाले स्थान पर तेजपत्ता और लौंग को पीसकर उसका लेप लगायें। इससे धीरे-धीरे मोच ( Monch ) के कारण आने वाली सूजन और दर्द दूर हो जाता है।
कड़वे तेल में अजवायन और लहसुन जलाकर उस तेल की मालिश करने से हर प्रकार की मोच ( Monch ) और बदन दर्द दूर हो जाता है।
मोच ( Monch ) व सूजन पर ग्वारपाठे का रस लगाने से भी शीघ्र ही काफी आराम मिलता है।
पान के पत्ते पर सरसों का तेल लगाकर, उस पत्ते को हल्का गर्म करके मोच ( Monch ) वाले अंग पर बांध दें।
पान का पत्ता या आम का पत्ते को अच्छी तरह से साफ और चिकना कर उस पर नमक लगा कर मोच ( Monch ) वाले स्थान पर बांधने से काफी लाभ होता है।
मोच ( Monch ) आ जाने पर इमली की पत्तियों को पीसकर उसे गुनगुना करके उसका लेप लगाने से भी तुरंत ही आराम मिलता है।
चोट लगने पर नमक में काले तिल, सूखा नारियल और हल्दी मिला कर पीस कर गरम करके चोट वाले स्थान पर बांधने से शीघ्र ही आराम मिलता है।
तुलसी के पत्तों के रस तथा सरसों के तेल को एक साथ मिलाकर उसे थोड़ी-थोड़ी देर बाद दिन में 4-5 बार मोच ( Monch ) वाले अंग पर लगाना ठीक रहता है।
अखरोट के तेल की मालिश करने से भी मोच ( Monch ) और हाथ पैरों की ऐंठन दूर हो जाती है।
नमक को धीमी आग पर काफी सेंककर गर्म-गर्म ही किसी मोटे कपड़े में बांधकर मोच ( Monch ) वाली जगह पर सिंकाई करने से आराम मिलता है।
नमक और सरसों के तेल को एक साथ मिलाकर उसे गर्म करके मोच ( Monch ) वाले अंग पर लगाने से लाभ मिलता है।
नमक और हल्दी को बारीक पीसकर उसे मोच ( Monch ) पर लगाने से मोच ( Monch ) या चोट के कारण होने वाले दर्द में शीघ्र ही आराम मिलता है।
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