पीलिया ( piliya ) अर्थात जॉन्डिस ( jaundice ) एक खतरनाक रोग है इसमें लापरवाही नहीं करनी चाहिए । सामन्यता: पीलिया ( piliya ) भोजन में पौष्टिक पदार्थो की कमी, कुपोषण, दूषित खान पान , बाहर की खुली हुई वस्तुओं का सेवन करना अथवा अधिक फ़ास्ट फ़ूड के सेवन से होता है । इसके अतिरिक्त वायरल इन्फेक्शन या किसी अन्य कारण से खून की कमी होने पर भी पीलिया ( piliya ) हो सकता है,
जानिए पीलिया के उपाय, piliya ke upay,जॉन्डिस के उपाय, jaundice ke upay ।
पीलिया ( piliya ) होने पर रोगी के शरीर में खून की कमी होने लगती है उसको खाने का स्वाद बिलकुल भी नहीं आता है उसकी भूख मर जाती है उसका पूरा शरीर पीला पड़ने लगता है उसको पेशाब भी पीला आता है । पीलिया ( piliya ) होने पर बहुत ही सावधानी से काम लेना चाहिए तुरंत डाक्टर को दिखाना चाहिए अन्यथा मरीज की जान पर भी खतरा आ सकता है । पीलिया ( piliya ) होने पर मैदा, अधिक मिर्च मसाले, तले हुए पदार्थ, मिठाइयां, उड़द की दाल आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
पीलिया ( piliya ) होने पर ऐसा भोजन करना चाहिए जिसे रोगी आसानी से पचा सके जैसे दलिया, खिचड़ी, फल, सब्जियां आदि। पीलिया होने पर किसी भी प्रकार की दालों का बिलकुल भी उपयोग न करें इससे रोगी को परेशानी हो सकती है ।
जॉन्डिस के उपाय
Jaundice Ke Upay
यहाँ पर हम कुछ ऐसे आसान से उपाय बता रहे है जिनके करने से हमें पीलिया ( piliya ) में शीघ्र ही लाभ मिल सकता है ।
पीलिया Piliya होने पर त्रिफला को बहुत कारगर माना जाता है ।एक बड़ा चम्मच पिसा हुआ त्रिफला एक गिलास पानी में रात को भिगोकर रख दें। सुबह खाली पेट इस पानी को छान कर पी जाएँ। ऐसा लगातार 10-12 दिनों तक करें ।
मूली के ताजे हरे पत्ते पीलिया में बहुत लाभ देते है। मूली के पत्ते पीसकर उनका रस निकालकर उसे छानकर पीना चाहिए । इससे रोगी की आंतें साफ होती है और भूख भी लगती है ।
पीलिया Piliya होने पर नींबू दवा के रूप में बहुत फायदा पहुंचाता है। पीलिया के रोगी को पानी में 20 ml नींबू का रस दिन में 2 – 3 बार लेना चाहिए ।
250 ग्राम घर में जमाया हुआ दही और 10 ग्राम फुलाई हुई फिटकरी दोनों को मिलाकर सुबह और शाम दोनों बार खाएं। दही और छाछ का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें और अन्न का सेवन ना करें इससे बहुत ही जल्दी लाभ मिलता है ।
पीलिया Piliya होने पर साफ ताजा गन्ने का रस जरुर पीना चाहिये। गन्ने के रस से पीलिया में बहुत ही जल्दी आराम मिलता है ।
गोभी और गाजर का रस बराबर मात्रा में निकालकर एक गिलास रस बनाये । इसे रोगी को लगातार कुछ दिनों तक पिलाने पर बहुत लाभ मिलता है ।
पीलिया Piliya होने पर पपीते का सेवन जरूर करें । पीलिया होने पर रोगी को दिन में तीन चार बार पपीता खिलाना चाहिए ।
टमाटर पीलिया को ठीक करने का यह एक अच्छा घरेलू उपचार है। प्रात:एक गिलास टमाटर के जूस निकालकर उसमें एक चुटकी काली मिर्च और नमक मिलाकर उसका खाली पेट सेवन करें |
नीम के पत्तों को धोकर इनका रस निकाले। रोगी को दिन में दो बार एक बड़ा चम्मच पिलाएँ। इससे पीलिया में बहुत सुधार आएगा ।
पीलिया Piliya के रोगी को नित्य 5 – 6 ताजी लहसुन की कलियाँ खानी चाहिए अथवा लहसुन की पांच छ: कलियाँ एक गिलास दूध में उबालकर उसे पीना चाहिए, इससे भी बहुत लाभ मिलता है ।
आँवला भी विटामिन सी का बहुत बड़ा स्रोत माना जाता है। पीलिया होने पर रोगी को दिन में 2 – 3 बार आवँले का जूस देना चाहिए । आप इसके पाउडर का भी उपयोग कर सकते है । आँवले के उपयोग से लीवर साफ होता है । ।
रोगी को दिन में तीन बार एक एक प्लेट पपीता खिलाना चाहिए ।
पीलिया Piliya होने पर भोजन में मेथी, गाजर और पालक आदि की सब्जी या इनके सूप का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए ।
पीलिया होने पर कच्चे आम को शहद और काली मिर्च के साथ खाना चाहिए इससे पीलिया में लाभ तो होता ही है रोगी के मुँख का स्वाद भी अच्छा होता है ।
पीलिया में चुकंदर को सलाद के रूप में अथवा चुकंदर के रस में नींबू का रस मिलाकर दिन में तीन चार बार उसका उपयोग करना चाहिए ।
पीलिया में अदरक, पुदीना और नींबू का रास शहद के साथ लेना चाहिए , इससे भी बहुत लाभ मिलता है ।
पीलिया के रोगी को थोड़ा शहद और चने के दाने जितना कपूर मिलाकर दें । दिन में 3 बार चूने का पानी 2-2 चम्मच रोगी को पिलाएं ।
एक चम्मच पीली हरड़ का चूर्ण तथा शहद या पुराना देसी गुड़ दिन में 2-3 बार दें। इससे बहुत ज्यादा बड़ा हुआ पीलिया भी कंट्रोल में हो जाता है ।
इस साइट के सभी आलेख शोधो, आयुर्वेद के उपायों, परीक्षित प्रयोगो, लोगो के अनुभवों के आधार पर तैयार किये गए है। किसी भी बीमारी में आप अपने चिकित्सक की सलाह अवश्य ही लें। पहले से ली जा रही कोई भी दवा बंद न करें। इन उपायों का प्रयोग अपने विवेक के आधार पर करें,असुविधा होने पर इस साइट की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी ।