यदि आपका वजन अचानक घटने या बढ़ने लगे तो यह थायराइड ( thyroid ) का लक्षण हो सकता है | वजन का एकाएक बढ़ना “थायरोक्सिन” हार्मोन की कमी के कारण हो सकता है इसे हायपो-थायराईडिज्म कहते है, और वजन एकाएक कम होने लगे तो यह “थायरोक्सिन” की अधिक मात्रा के कारण हो सकता है इसे हायपर-थायराईडिज्म कहा जाता है । इनमे हायपो-थायराईडिज्म की समस्या ज्यादा सामने आती है ।
यदि गर्दन के सामनेवाले हिस्से में अचानक सूजन हो जाय तो यह भी थाइराइड का लक्षण हो सकता है I हायपो थायराईडिज्म या हायपर-थायराईडिज्म दोनों ही स्थितियों में यह सूजन “घेघा” बन जाती है ।
यदि किसी की हृदय गति में अचानक परिवर्तन आने लगे तो यह भी थायराइड का लक्षण हो सकता है I हायपो -थायराईडिज्म के कारण ज्यादातर लोगो की हृदयगति धीमी होने लगती हैं और हायपर-थायराईडिज्म के कारण लोगो को हृदयगति तीव्र होने से कठनाइयों का सामना करना पड़ता हैं। हृदयगति के त्रीव होने कारण रोगी का रक्तचाप भी अचानक ही बढ़ जाता है ।
यदि किसी के बल अचानक तेजी से झड़ने लगे तो यह भी थायराइड का लक्षण हो सकता है। दोनों ही तरह के थाइराइड में बाल झड़ने की समस्या हो सकती है।
थाइराइड ( thyroid ) होने पर शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम़जोर हो जाती है। जिसके कारण उसे कई बीमारियां हो सकती है ।
थाइराइड के कारण रोगी को जुकाम होने लगता है जो आसानी से ठीक नहीं होता है।
थायराइड ( thyroid ) का प्रभाव शरीर के बहुत से हिस्सों पर होता है हायपो-थायराईडिज्म के कारण लोगो को आलस्य, थकान,घुटनो – जोड़ों में सूजन दर्द व डिप्रेशन होने लगता है और हायपर-थायराईडिज्म के कारण लोगो को नींद ना आना, बैचैनी, घबराहट, और उत्तेजना की शिकायत हो जाती है ।
थायराइड ( thyroid ) के कारण शरीर के तापक्रम में भी उताड़ चढ़ाव होने लगता है। हायपो-थायराईडिज्म के कारण रोगी को अधिक ठण्ड लगती है एवं हायपर-थायराईडिज्म के कारण रोगी को अधिक गर्मी लगती है पसीना भी ज्यादा आने लगता है ।
थाइराइड ( thyroid ) के कारण रोगी को जल्द थकान भी होने लगती है। उसका शरीर सुस्त रहता हैऔर शरीर की ऊर्जा समाप्त होने लगती है।
थाइराइड के कारण रोगी की त्वचा सूखने लगती है। उसकी त्वचा के ऊपरी हिस्से के सेल्स नष्ट होने लगते है जिसकी वजह से त्वचा रूखी-रूखी हो जाती है।
हायपर-थायराईडिज्म कारण हाथ पैर शीघ्र ही सुन्न हो सकते है या उनमें झनझनाहट/चुनचुनाहट होने लगती है।
इसके अतिरिक्त हायपर थायराईडिज्म में नज़र का कमजोर होना, स्त्रियों में मासिक-चक्र का अनियमित होना, पाचन शक्ति कमजोर होना,मांसपेशियों का कमजोर पड़ना आदि की समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है ।
थायराइड ( thyroid ) के कारण कई बार जब स्त्रियों में मासिक-चक्र अनियमित होता है तो मेनोपाज का भी भ्रम हो जाता है।
प्रत्येक व्यक्ति को पैंतीस वर्ष के बाद समय समय पर थायराइड की जांच अवश्य ही करवा लेनी चाहिए । थाइराइड की समस्या महिलाओं और पुरुषों दोनों को ही हो सकती है |
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