Friday, July 26, 2024
HomeHindiघरेलु उपचारगठिया | गठिया के घरेलु उपचार

गठिया | गठिया के घरेलु उपचार

गठिया
Gathiya

आज कल हमारी दिनचर्या हमारे खान -पान से गठिया का रोग ( gathiya ka rog ) 45 -50 वर्ष के बाद बहुत से लोगो में पाया जा रहा है । गठिया में हमारे शरीर के जोडों में दर्द ( Jodo me dard ) होता है, गठिया के पीछे यूरिक एसीड ( Urik Acid ) की बड़ी भूमिका रहती है। इसमें हमारे शरीर मे यूरिक एसीड की मात्रा बढ जाती है। यूरिक एसीड के कण घुटनों व अन्य जोडों में जमा हो जाते हैं। जोडों में दर्द ( jodo me dard ) से रोगी का बुरा हाल रहता है।

इस रोग में रात को जोडों का दर्द ( jodo ka dard ) बढता है और सुबह अकडन मेहसूस होती है। इसकी पहचान होने पर इसका जल्दी ही इलाज करना चाहिए अन्यथा जोडों को बड़ा नुकसान हो सकता है।हम यहाँ पर गठिया के अचूक घरेलू उपाय ( jodo ke achuk gharelu upay ) बता रहे है…….

गठिया के घरेलू उपचार

Gathiya ke gharelu upchar

om-logo घुटने का दर्द, कंधे का दर्द हो या कमर दर्द हो किसी भी तरह के दर्द में गेंहू के दाने के बराबर चूने को अनार के रस या पानी में मिलाकर दिन में दो बार पी लीजिए।
इसमें सभी तरह के जोड़ो के दर्द में 7 दिन में ही आराम मिलने लगता है, ( जिनको पथरी की शिकायत हो वह इस उपाय को ना करें ) ।

om-logo जोड़ों के दर्द में अपने पेट की नाभि पर रात्रि में सरसों के तेल की कुछ बूंदें लगाएँ,
ऐसा 10-12 दिन करने से ही आशातीत लाभ प्राप्त होता है, लम्बी उम्र तक घुटने, शरीर के जोड़ स्वस्थ रहते है, गठिया नजदीक भी नहीं आता है, इस उपाय को सप्ताह में 2-3 बार अवश्य ही करे ।

om-logo गठिया, जोड़ो के दर्द में एक चम्मच सिरका, आधा चम्मच कलोंजी के तेल में दो चम्मच शहद मिलाकर नित्य प्रात: खाली पेट और रात को सोने से पहले सेवन करें इससे जोड़ मजबूत होते है , जोड़ो के दर्द में राहत मिलती है ।

om-logo गठिया के दर्द ( gathiya ke dard ) में दो बडे चम्मच शहद और एक छोटा चम्मच दालचीनी का पावडर सुबह और शाम एक गिलास मामूली गर्म जल से लें। एक शोध में कहा है कि चिकित्सकों ने नाश्ते से पूर्व एक बडा चम्मच शहद और आधा छोटा चम्मच दालचीनी के पावडर का मिश्रण गरम पानी के साथ दिया।
इस प्रयोग से केवल एक हफ़्ते में ३० प्रतिशत रोगी गठिया के दर्द से मुक्त हो गये।
एक महीने के प्रयोग से जो रोगी गठिया की वजह से चलने फ़िरने में असमर्थ हो गये थे वे भी चलने फ़िरने लायक हो गये।

om-logo गठिया ( gathiya ) में लहसुन की 10 कलियों को 100 ग्राम पानी एवं 100 ग्राम दूध में मिलाकर पकाकर उसे पीने से दर्द में शीघ्र ही लाभ होता है।

om-logo सुबह के समय सूर्य नमस्कार और प्राणायाम करने से भी जोड़ों के दर्द से स्थाई रूप से छुटकारा मिलता है।

om-logo एक चम्मच मैथी बीज रात भर साफ़ पानी में गलने दें। सुबह पानी निकाल दें और मैथी के बीज अच्छी तरह चबाकर खाएं।मैथी बीज की गर्म तासीर मानी गयी है। यह गुण जोड़ों के दर्द दूर करने में मदद करता है।

om-logo गठिया के रोगी 4-6 लीटर पानी पीने की आदत डालें। इससे ज्यादा पेशाब होगा और अधिक से अधिक विजातीय पदार्थ और यूरिक एसीड बाहर निकलते रहेंगे।

om-logo एक बड़ा चम्मच सरसों के तेल में लहसुन की 3-4 कुली पीसकर डाल दें, इसे इतना गरम करें कि लहसुन भली प्रकार पक जाए, फिर इसे आच से उतारकर मामूली गरम हालत में इससे जोड़ों की मालिश करने से दर्द में तुरंत राहत मिल जाती है।

om-logo प्रतिदिन नारियल की गिरी के सेवन से भी जोड़ो को ताकत मिलती है।

om-logo आलू का रस 100 ग्राम प्रतिदिन भोजन के पूर्व लेना बहुत हितकर है।

om-logo यदि यूरिक एसिड बड़ा है तो एक आजमाया हुआ चमत्कारी उपाय करें | किसी आयुर्वेदिक स्टोर या पंसारी की दुकान से )चोबचीनी का चूर्ण ले आएं फिर इसे आधा चम्मच सुबह खाली पेट और आधा चम्मच रात को सोने के समय पानी से 7-8 दिन तक ले | इस लेने से 7-8 दिन में ही यूरिक एसिड पूरी तरह से ठीक हो जाता है। गठिया, किसी भी जोड़ो के दर्द में बहुत अधिक आराम मिलता है |
जिन्हे गठिया की निरंतर समस्या चली आ रही हो वह इस प्रयोग को तीन चार महीने तक हर माह दोहराते रहे। इसके बाद यूरिक एसिड की, गठिया की समस्या कभी पास भी नहीं आएगी।

इस साइट के सभी आलेख शोधो, आयुर्वेद के उपायों, परीक्षित प्रयोगो, लोगो के अनुभवों के आधार पर तैयार किये गए है। किसी भी बीमारी में आप अपने चिकित्सक की सलाह अवश्य ही लें। पहले से ली जा रही कोई भी दवा बंद न करें। इन उपायों का प्रयोग अपने विवेक के आधार पर करें,असुविधा होने पर इस साइट की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी ।

Pandit Ji
Pandit Jihttps://www.memorymuseum.net
MemoryMuseum is one of the oldest and trusted sources to get devotional information in India. You can also find various tools to stay connected with Indian culture and traditions like Ram Shalaka, Panchang, Swapnphal, and Ayurveda.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Translate »