घर बनाने के उपाय, Ghar bannane ke upay,
इस धरती में हर व्यक्ति चाहता है कि उसका अपना खुद का घर Ghar हो , जहां वह अपनी मनमर्जी के अनुसार रह सके, खा पी सके, उसे सजा सँवार सके, अपने परिवार के सदस्यों के साथ जीवन व्यतीत कर सके व्यक्ति के जीवन की कमाई, उसकी पहचान उसका अपना घर Ghar, अपना भवन होता है।
इसलिए प्रत्येक व्यक्ति घर बनाने के उपाय, Ghar bannane ke upay, करता है। जानिए घर बनाने के उपाय, Ghar bannane ke upay,
लेकिन यह भी सत्य है कि आज की महँगाई के दौर में अपने लिए किसी अच्छी , सुरक्षित और जहाँ पर आधारभूत सुविधाएँ हो ऐसी जगह घर बना पाना एक टेढ़ी खीर भी है। दुनिया की आधी से ज्यादा आबादी किराये के मकानों में रहती है।
स्वयं की भूमि अथवा मकान बनाने के लिए चतुर्थ भाव का बली होना आवश्यक होता है, मंगल ग्रह को भूमि,भवन का और चतुर्थ भाव का कारक माना जाता है।
अगर आप भी चाहते हैं आपका अपना घर, तो यहाँ पर बताये जा रहे कुछ उपायों को अवश्य ही करें .इनको करने से शीघ्र ही आपके घर खरीदने के योग बनेंगे , मार्ग में आने वाली बाधाएं शान्त होगी।
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अपना घर बनाने के उपाय, Apna ghar bannane ke upay,
* ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी जातक की कुंडली में मंगल या शनि ग्रह से संबंधित कोई ग्रह दोष हो तो उसे अपने घर का सपना पूरा करने में तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए घर बनाने के उपाय, ghar bannane ke upay, करने से पहले अपनी कुंडली किसी अच्छे ज्योतिष को दिखाकर मंगल और शनि के उपाय अवश्य ही कर लें ।
* मंगल को भूमि तो शनि को निर्माण का कारक माना गया है। इसलिए जब भी दशा/अन्तर्दशा में मंगल व शनि का संबंध चतुर्थ/चतुर्थेश से बनता है, तब व्यक्ति अपना घर बनाता है उसे भूमि , प्रापर्टी डीलिंग के कार्यों में श्रेष्ठ सफलता मिलती है ।
* अपने घर की चाह रखने वाले जातक नित्य प्रात: स्नान कर गणेशजी को दूर्वा और एक लाल फूल चढ़ाएं। ऐसा लगातार 21 दिन तक करते हुए भगवान श्री गणेश जी से अपने घर की समस्या के निवारण के लिए प्रार्थना करें।
* जिन लोगों को अपना मकान खरीदने या बनाने की इच्छा है लेकिन कोई न कोई रूकावट लगी रहती है तो वह रविवार से शुरू करके नित्य प्रात: गाय को गुड़ खिलाएं। इस उपाय को पूर्ण श्रद्धा पूर्वक लगातार करने से गौ माता की कृपा से अपना मकान खरीदने में आने वाली समस्त बाधाएं दूर होने लगती है ।
* अपना घर बनवाने के योग मजबूत करने के लिए मंगलवार के दिन सफेद गाय और उसके बछड़े को लाल मसूर की दाल व गुड़ और घोड़े को चने की भीगी हुई दाल खिलाएं।
* नित्य कौए को दूध में भीगी रोटी और तोतों को सप्तधान डालें। इससे आर्थिक पक्ष मजबूत होने लगता है धीरे धीरे अपना स्वयं का घर बनाने की परिस्थितियाँ बनने लगती है ।
* मंगलवार को लाल मसूर की दाल का दान करने से भी अपना भवन बनाने के योग प्रबल होते हैं ।
* अपने घर के पूजा स्थल अथवा ईशान दिशा में एक मिट्टी का छोटा घर लाकर रखें और उसमें हर रविवार को सरसो तेल का दीपक जलाएं और दीपक जलने के बाद उसमें फिर से कपूर जलाएं। इस मिटटी के घर को भी अपने हाथ से खूबसूरत तरीके से सजाएं। इससे भी ग्रह निर्माण में आने वाली बाधाएं दूर होने लगती है ।
* मान्यताओं के अनुसार यदि किसी घर में चिडिय़ा या गिलहरी अपना घोंसला बना लें तो उस घर में सुख शांति, धन समृद्धि की कोई भी कमी नहीं होती। अत: यदि वह आपके घर में अपना घोसला बना लें तो उसे जबरन हटाना नहीं चाहिए ।
घर में चिडिय़ा का घोंसला बनना शुभ संकेत माना जाता है। कहते है की जिन घरों में चिडिय़ा का घोंसला होता है वहां सभी देवी-देवताओं की असीम कृपा बनी रहती है। उस घर के लोगो को अपना मनचाहा भवन का सुख प्राप्त होता है ।
* अपने घर बनवाने के मार्ग में किसी भी प्रकार की अड़चनों को दूर करने के लिए किसी भी मंदिर में एक नीम की लकड़ी का बना हुआ छोटा सजा-संवरा सा घर दान करें।
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* अगर आप अपना स्वयं का मकान बनाना चाहते हैं, तो शुक्ल पक्ष के शुक्रवार अथवा नवरात्र के किसी भी दिन एक लाल कपड़े में छ: चुटकी कुमकुम, छ: लौंग, नौ बिंदिया, नौ मुट्ठी साफ़ मिट्टी और छ: कौड़ियाँ लपेट कर किसी भी नदी / बहते हुए पानी में मन ही मन में अपनी मनोकामना कहते हुए विसर्जित कर दें ।
इस उपाय से माँ दुर्गा की कृपा से शीघ्र ही अपना मकान बनाने में सफलता मिलेगी ।
* अपनी मनचाही जमीन अथवा अपना मनचाहा मकान पाने के लिए नवरात्र अथवा शुक्ल पक्ष के शुक्रवार को एक उपाय करें । जहाँ पर आप मकान चाहते है उस स्थान की थोड़ी सी मिट्टी लाकर उसे एक कांच की शीशी में डालें ।
फिर उस शीशी में गंगा जल और कपूर डाल कर घर के ईशान कोण अथवा अपने पूजा घर पर जौ के ढेर पर स्थापित करें ।
फिर शुक्रवार से नित्य / पूरे नवरात्र उस शीशी के आगे माता का सिद्ध नवार्ण मन्त्र ‘ “ऐं हीं क्लीं चामुण्डाय विच्चे” ‘ की पांच माला जप करें और उस जौ के ढेर में गंगा जल डालते रहे । नवें दिन / नवमी के दिन हवन के बाद थोड़े से अंकुरित जौ निकाल कर उसे अपनी मन चाही जगह पर डाल दें ।
काँच की शीशी के अंदर की सामग्री को नदी में विसर्जित कर दें और कांच की खाली शीशी को नदी में न डालकर पीपल के पेड़ के नीचे रख दें । माँ दुर्गा की कृपा से आपको मनचाहा घर मिलने के प्रबल योग बनेगे ।
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