Wednesday, November 13, 2024
HomeHindiघरेलु उपचारबवासीर के उपचार, bavasir ke upchaar,

बवासीर के उपचार, bavasir ke upchaar,

बवासीर के उपचार, bavasir ke upchaar,

बवासीर bavasir मलाशय के आसपास की नसों की सूजन के कारण विकसित होता है। बवासीर bavasir दो प्रकार की होती है, खूनी बवासीर, Khuni bavasir और बादी बवासीर, Badi bavasir ।

खूनी बवासीर Khuni bavasir में मस्से खूनी सुर्ख होते है,और उनसे खून गिरता है,जबकि बादी वाली बवासीर में मस्से bavasir ke masse काले रंग के होते है,और मस्सों में खाज पीडा और सूजन होती है।

बवासीर बेहद तकलीफदेह होती है। देर तक कुर्सी पर बैठना और बिना किसी शेड्यूल के कुछ भी खा लेना इसका प्रमुख कारण है।
हम आपको यहाँ पर कुछ घरेलू नुस्‍खों के बारे में बताते हैं जिससे बवासीर और इससे होने वाले दर्द में राहत मिल सकती है।
जानिए बवासीर के घरेलू उपचार, bavasir ke Gharelu upay, बवासीर की दवा, bavasir ki dava ।

बबासीर की दवा, bavasir ki Dava

* नारियल की जटा को माचिस से जला दीजिए फिर उस भस्म से बिना जले हुए रेशो को अलग निकालकर साफ भस्म को किसी शीशी में रख लें। फिर इसमें से 3 ग्राम भस्म एक गिलास छाछ या एक कटोरी दही के साथ सुबह खाली पेट सेवन करें और उसके लगभग 2 घंटे तक कुछ भी ना खाएं ।

फिर इसे दोपहर में खाना खाने के दो घंटे बाद और रात को बहुत हल्का खाने के 2 घंटे बाद अर्थात केवल एक ही दिन, दिन में तीन बार लेना है और लेने के बाद फिर 2 घंटे तक कुछ भी ना लें ।

अवश्य पढ़ें :- अगर गिरते हो बाल तो ना होएं परेशान तुरंत करें ये उपाय, जानिए बालो का गिरना कैसे रोकें,

इस बात का ख्याल रखे की दही या छाछ ताजी हो, दही कई दिन पुरानी और खट्टी न हो। इस प्रयोग से कैसी और पुरानी से पुरानी बवासीर की बीमारी, bavasir Ki Bimari / बवासीर के मस्से bavasir ke masse भी अति शीघ्र ठीक हो जाती है।

यह ध्यान दें कि उस दिन बहुत ही हल्का और बिना नमक का ही भोजन करें और इसको जल्दी ही पुन: ना दोहराएं ।

* एक पके केले को बीच से चीरकर उसके दो टुकडे कर लें फिर उन टुकड़ों के बीच गेहूं के दाने के बराबर कपूर डालकर इसके बाद उस केले को खुले आसमान के नीचे शाम को रख दें, सुबह को उस केले को शौच करने के बाद खालें। एक हफ़्ते तक लगातार इसको करने के बाद भयंकर से भयंकर बवासीर bavasir भी समाप्त हो जाती है।

* खूनी बवासीर (Khuni Bawaseer ) में एक नींबू को बीच में से काटकर उसमें लगभग 4-5 ग्राम कत्‍था पीसकर डाल दीजिए। इन दोनों टुकड़ों को रात में छत पर खुला रख दीजिए।
सुबह उठकर नित्य क्रिया से निवृत होने के बाद इन दोनों टुकड़ों को चूस लीजिए। पांच दिन तक इस प्रयोग को कीजिए। बहुत फायदा होता है।

* करीब दो लीटर मट्ठा लेकर उसमे 50 ग्राम पिसा हुआ जीरा और थोडा सा सेंधा नमक जरुर मिला दें। पूरे दिन पानी की जगह यह मट्ठा ही पियें। चार-पाँच दिन तक यह प्रयोग करें, बवासीर के मस्से bavasir ke masse काफी ठीक हो जायेंगे।

* छोटी पिप्पली को पीस कर उसका चूर्ण बना ले, इसे शहद के साथ लेने से भी बवासीर bavasir में आराम मिलता है|

* नीम के छिलके सहित निंबौरी के पावडर को प्रतिदिन 10 ग्राम मात्रा में रोज सुबह बासी पानी के साथ सेवन करें, बवासीर bavasir में लाभ होगा। लेकिन इसके साथ आहार में घी का सेवन आवश्यक है।

* जीरे को पीसकर बवासीर के मस्‍सों bavasir ke masso पर लगाने से भी फायदा मिलता है, साथ ही जीरे को भूनकर मिश्री के साथ मिलाकर चूसने से भी फायदा मिलता है।

अगर अपने, अपने परिवार के सभी सदस्यों के लिवर को सदैव ठीक रखना चाहते है तो लिंक पर क्लिक करके इस लेख को अवश्य पढ़े

* बवासीर की समस्‍या ( Bawaseer ki samasya ) होने पर आंवले के चूर्ण को सुबह-शाम शहद के साथ लेने से भी जल्दी ही फायदा होता है।

* एक चम्मच आंवले का चूर्ण सुबह शाम शहद के साथ लेने से भी बवासीर में लाभ प्राप्त होता है।

* नीम का तेल मस्सों पर लगाने से और 4- 5 बूँद रोज़ पीने से बवासीर में बहुत लाभ होता है।

* एक चाय का चम्मच धुले हुए काले तिल ताजा मक्खन के साथ लेने से भी बवासीर में खून आना बंद हो जाता है।

* 50 ग्राम बड़ी इलायची को तवे पर रखकर भूनते हुए जला लीजिए। ठंडी होने के बाद इस इलायची को पीस लीजिए। प्रतिदिन सुबह इस चूर्ण को पानी के साथ खाली पेट लेने से बवासीर में बहुत आराम मिलता है।

* नियमित रुप से गुड के साथ हरड खाने से भी बवासीर में जल्दी ही फ़ायदा होता है।

* नागकेशर, मिश्री और ताजा मक्खन इन तीनो को रोजाना बराबर मिलाकर 10 दिन खाने से बवासीर में बहुत आराम मिलता है।

* जमीकंद को देसी घी में बिना मसाले के भुरता बनाकर खाएँ शीघ्र ही लाभ मिलेगा।

* सुबह खाली पेट मूली का नियमित सेवन भी बवासीर को खत्म कर देता है।

जरूर पढ़े :- व्यापार में सफलता के लिए सही शुरुआत का होना आवश्यक है, अपने व्यापार को शुरू करने के सही समय/मुहूर्त को जानने के लिए क्लिक करें

* बवासीर की समस्या (Bawaseer ki samasya ) होने पर तरल पदार्थों का अधिक से अधिक सेवन करें।

* सदैव ध्यान दें कि मल-विसर्जन के समय बायें पैर पर शरीर का दबाव रखें। इस प्रयोग से बवासीर का घातक रोग नहीं होता है ।

* बवासीर ( Bawaseer ) होने पर सरसों के तेल को सुबह-शाम मस्से पर लगाये और नहाने के बाद ऊँगली से सरसो के तेल को गुदा के अंदर लगाएं 4 – 5 दिन में ही मस्से सूखने लगेंगे, 10 दिन में ही बवासीर में काफी आराम मिलेगा ।

* एक ग्राम काले तिल को एक ग्राम दूध के ताजे मक्खन के साथ मिलाकर सुबह शाम खाने से बवासीर में 7 दिन में ही बहुत ज्यादा फ़ायदा होता है।

* बवासीर ( Bawaseer ) में 15 ग्राम प्याज़ के रस को 15 ग्राम चीनी के साथ मिलाकर सात दिन तक सुबह शाम इसका सेवन करें , इससे बवासीर में बहुत राहत मिलती है ।

अवश्य पढ़ें :-  देवताओं की पानी है कृपा तो उन्हें चढ़ाएं ये पुष्य, जानिए किस देवी, देवता को कौन सा पुष्य चढ़ाना चाहिए

बवासीर का इलाज, bavasir ka ilaj, बवासीर के उपचार, bavasir ke upchaar, बवासीर के मस्से, bavasir ke masse, खूनी बवासीर, Khuni bavasir, बादी बवासीर, Badi bavasir, बवासीर के उपाय, bavasir ke upay,

इस साइट के सभी आलेख शोधो, आयुर्वेद के उपायों, परीक्षित प्रयोगो, लोगो के अनुभवों के आधार पर तैयार किये गए है। किसी भी बीमारी में आप अपने चिकित्सक की सलाह अवश्य ही लें। पहले से ली जा रही कोई भी दवा बंद न करें। इन उपायों का प्रयोग अपने विवेक के आधार पर करें,असुविधा होने पर इस साइट की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी ।

Pandit Ji
Pandit Jihttps://www.memorymuseum.net
MemoryMuseum is one of the oldest and trusted sources to get devotional information in India. You can also find various tools to stay connected with Indian culture and traditions like Ram Shalaka, Panchang, Swapnphal, and Ayurveda.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Translate »