Shiv Pariwar, शिव परिवार,
- भगवान शिव (Bhagwaan Shiv) देवो के देव है। हिन्दू धर्म के प्रमुख देवताओं में से हैं। आप सभी भगवान शंकर के बारे में तो काफी जानते है लेकिन सम्पूर्ण शिव परिवार, Shiv Parivar के बारे में शायद ही जानते होंगे । प्रत्येक सोमवार एवं सावन में प्रतिदिन शिव परिवार के सदस्यों का अवश्य ही स्मरण, इनका नमन करना चाहिए ।
- वेद में भोले नाथ को रुद्र तथा तंत्र साधना में इन्हे भैरव के नाम से भी जाना जाता है। उनकी पूजा शिवलिंग तथा मूर्ति दोनों रूपों में की जाती है। भगवान शिव (Bhagwaan Shiv) को भोलेनाथ, शंकर, महेश, शिव शम्भु, महादेव, रुद्र और नीलकंठ के नाम से भी जाना जाता है।
- शैव मत के अनुसार उनकी पूजा शिवलिंग (Shivling) तथा मूर्ति दोनों रूपों में की जाती है। शिव का पूजन समस्त सुख देने वाला माना गया है। इस सम्पूर्ण सृष्टि में भगवान भोले शंकर ही सबसे आसानी से प्रसन्न होने वाले देवता कहे गए है।
- भगवान शिव (Bhagwaan Shiv) के गले में नाग देवता लिपटे रहते हैं और उन्होंने अपने हाथों में डमरू और त्रिशूल को धारण किया हुआ हैं। भगवान शिव (Bhagwaan Shiv) कैलाश पर्वत में निवास करते है। भगवान शिव (Bhagwaan Shiv) को संहार का देवता कहा जाता है। भगवान शिव ही ज्योतिषशास्त्र के जनक, इसके आधार हैं।
Shiv Pariwar, शिव परिवार,
- माँ पार्वती भगवान शिव की पत्नी हैं। शिवपुराण (Shiv Puran) के अनुसार, माता पार्वती पर्वतराज हिमालय व मैना की पुत्री हैं। माँ पार्वती को ही शक्ति माना गया है । जीवन में सुख-सौभाग्य और पारिवारिक सुखो के लिए माँ गौरी / माँ पार्वती की अवश्य आराधना करनी चाहिए ।
- भगवान शंकर (Bhagwaan Shankar) के दो पुत्र है। बड़े पुत्र कार्तिकेय देवताओं के सेनापति है। उन्हें बल एवं साहस का अवतार माना गया हैं। मनुष्य को साहस, आत्मविश्वास और आत्मबल भगवान कार्तिकेय (Bhagwaan Kartikeya) से ही प्राप्त होता है।
- शिवपुराण के अनुसार, भगवान कार्तिकेय (Bhagwaan Kartikeya) ब्रह्मचारी हैं। लेकिन ब्रह्मवैवर्त पुराण में देवी देवसेना को इनकी पत्नी बताया गया है।