पेट में गैस, pet me gas,
पेट में गैस Pet me gas बनने की समस्या से कई बार हमें शर्मिंदगी भी उठानी पड़ती है । समान्यता जिनको ज्यादा गैस बनती है लोग उनसे दूर ही रहते है और पीठ पीछे उनका उपहास भी उड़ाते है । पेट में गैस Pet me gas के कारण हमारा पाचन तंत्र भी बिगड़ सकता है।
पेट में गैस Pet me gas वैसे तो हर व्यक्ति के शरीर में बनती है । जो शरीर से बाहर डकार या गुदा मार्ग से निकलती है। लेकिन जिनकी पाचन शक्ति खराब रहती है या जो प्राय: कब्ज के शिकार रहते हैं, उनको पेट की गैस Pet ki gas की समस्या ज्यादा ही होती है।
लंबे समय तक रहने वाली पेट में गैस की समस्या, Pet me gas ki samasya बवासीर और अल्सर में बदल सकती है जिससे और भी कई तरह की परेशानियाँ हो सकती हैं।
अवश्य पढ़ें :- इन उपायों से जानलेवा कोरोना वाइरस रहेगा दूर, कोरोना का जड़ से होगा सफाया,
पेट में दर्द, ( Pet me dard ) जलन, पेट से गैस पास होना, डकारें आना, छाती में जलन, अफारा। इसके अलावा, जी मिचलाना, खाना खाने के बाद पेट ज्यादा भारी लगना और खाना हजम न होना, भूख कम लगना, पेट भारी-भारी रहना और पेट साफ न होने जैसा महसूस होना यह सब पेट में गैस Pet me gas बनने की निशानी है ।
पेट में गैस ( Pet me gas ) बनने का सबसे प्रमुख कारण निगली हुई हवा है। सभी व्यक्ति खाते, पीते समय थोड़ी थोड़ी मात्रा में हवा निगल लेते है। लेकिन जल्दी-जल्दी खाने, पीने, धूम्रपान करने, च्यूंगम चबाने से कुछ ज्यादा ही हवा अंदर चली जाती हैं, इसमें नाइट्रोजन, ऑक्सीजन और कार्बन डाई ऑक्साइड होती हैं।
कुछ हवा डकार के द्वारा बाहर चली जाती है, लेकिन कुछ हमारी आंत में चली जाती है और थोड़ी सी गैस यहां से बड़ी आंत में चली जाती है, जो गुदा मार्ग द्वारा बाहर निकलती है।
उम्र बढ़ने के साथ गैस की समस्या ज्यादा बढ़ जाती है।
जानिए, पेट में गैस के उपचार, Pet Me Gas ka Upchar, पेट में गैस का इलाज, पेट की गैस का इलाज, Pet Ki Gas ka ilaj, पेट की गैस का उपाय, Pet Ki Gas ka upay,
पेट में गैस बनने का कारण, Pet Me gas banne Ke karan,
* पेट में गैस शराब पीने , तली-भुनी, मिर्च-मसाला वाली चीजें ज्यादा खाने से,तला या बासी खाना खाने से, राजमा, छोले, लोबिया, मोठ, बींस खाने से, उड़द की दाल, फास्ट फूड, किसी-किसी को दूध या भूख से ज्यादा खाने से अथवा खाने के साथ कोल्ड ड्रिंक लेने से पेट में गैस बनती है ।
* पेट में गैस बनने के सबसे आम लक्षण हैं पेट फूल जाना, पेट में दर्द होना, डकार आना और गैस पास करना है। पेट का फूलना गैस की वजह से हो सकता है या बड़ी आंत का कैंसर या हार्निया भी इसका कारण बन सकता है।
ज्यादा वसायुक्त भोजन करने से पेट देर से खाली होता है। इससे भी पेट फूल जाता है और बेचैनी होती है।
* जब आंत में गैस मौजूद होती है, तब कुछ लोगों को पेट दर्द होता है। जब बड़ी आंत की बायीं ओर दर्द होता है, तो इससे हृदय रोग का भ्रम होता है, लेकिन जब दर्द दायीं ओर होता है, तो यह एपेन्डिक्स हो सकता है।
* इसके आलावा ज्यादा काम का बोझ, टेंशन, देर से सोना- देर से जागना, खाने-पीने का टाइम फिक्स्ड न होना आदि कारणों से भी गैस बनती है ।
* इसके अतिरिक्त लीवर में सूजन, गॉल ब्लेडर में स्टोन, फैटी लीवर, मोटापे , डायबीटीज, अस्थमा या अक्सर पेनकिलर खाने से, कब्ज, खाना न पचने की वजह से भी गैस बन सकती है ।
जानिए, पेट में गैस के उपचार, Pet Me Gas ka Upchar, पेट में गैस का इलाज, पेट की गैस का इलाज, Pet Ki Gas ka ilaj, पेट की गैस का उपाय, Pet Ki Gas ka upay,
अवश्य पढ़ें :- मनचाही नौकरी चाहते हो, नौकरी मिलने में आती हो परेशानियाँ तो अवश्य करें ये उपाय
पेट की गैस के उपचार, Pet Ki Gas Ke Upchar
* अजवायन, जीरा, छोटी हरड़ और काला नमक बराबर मात्रा में पीस लें। इसे खाना खाने के तुरंत बाद गुनगुने पानी से, बड़ों के लिए दो से छह ग्राम लें और बच्चों के लिए इसकी मात्रा कम कर दें।
* पांच ग्राम हल्दी या अजवायन और तीन ग्राम नमक मिलाकर गुनगुने पानी से लें।
* खाना खाने के बाद एक गुड़ का टुकड़ा खाएं । इससे गैस नहीं बनती और आंतें भी मजबूत रहती हैं।
अवश्य पढ़ें :- आँखों की रौशनी बढ़ाने, आँखों से चश्मा उतारने के लिए अवश्य करें ये उपाय
* प्रत्येक बार भोजन के बाद एक लौंग और एक इलायची लेने से गैस वा एसिडिटी की समस्या दूर ही रहती है ।
* गैस में बिना दूध की नीबू की चाय बहुत फायदा करती है, नीबू की बूंदें चाय बनाने के बाद डालनी चाहिए। इसमें चीनी की जगह हल्का-सा काला नमक डालें ।
* लहसुन की दो- तीन कलियों के बारीक टुकड़े काटकर उसके ऊपर थोड़ा-सा काला नमक और नीबू की बूंदें डालकर सुबह खाली पेट उसे गर्म पानी से निगल लें। इससे गैस के साथ साथ कॉलेस्ट्रॉल भी ठीक होने में भी मदद मिलती है । गर्मियों में एक-दो कलियां ही लें।
* यदि नित्य खाने के साथ थोड़ी सी अजवायन भी खाएं तो गैस नहीं बनती है और पाचन भी बढ़िया रहता है ।
* खाने में सादा नमक के साथ-साथ काला नमक भी इस्तेमाल किया करें।
* भोजन के बाद एक चम्मच अजवाइन के साथ चुटकी भर काला नमक मिलाकर चबाकर खाने से पेट कि गैस बहुत जल्दी निकल जाती है।
* एक एक चम्मच अदरक और नींबू के रस में थोड़ा सा काला नमक मिलाकर भोजन के बाद नित्य सेवन करने से गैस की समस्त तकलीफें दूर हो जाती हैं।
* अदरक के छोटे छोटे टुकड़े करके उस पर काला नमक छिड़ककर दिन में 2 – 3 बार उसका सेवन करें इससे गैस भी नहीं बनेगी और भूख भी खुलकर लगेगी ।
* भोजंन के बाद अजवाइन, भुना जीरा और काला नमक डाल कर मट्ठा पियें इससे गैस में बहुत आराम मिलता है ।
* मैदे अथवा महीन पिसे आटे की रोटियाँ जल्दी पच नहीं पाती है इससे भी गैस बनती है अत: सदैव चोकर युक्त या बाजार में मिलने वाले मल्टी ग्रेन आटे की ही रोटी खानी चाहिए ।
* जीरा खाने से पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं दूर हो जाती हैं। इसीलिए गैस की समस्या में एक चम्मच जीरा पाउडर ठंडे पानी में घोलकर पिएं, तुरंत लाभ मिलेगा ।
अवश्य पढ़ें :- घर पर कैसा भी हो वास्तु दोष अवश्य करें ये उपाय, जानिए वास्तु दोष निवारण के अचूक उपाय
* तीन चम्मच काला नमक, दो चम्मच जीरा, एक चम्मच अजवायन, लगभग एक इंच अदरक को एक साथ पीस लें। फिर इसे लगभग आधा लीटर पानी में उबाल लें और जब पानी लगभग 300 एमएल तक हो जाए तो इसमें 3-4 पुदीने की पत्तियां मिलाकर इसे ढंक कर आंच बंद कर दें।
फिर इसे छान कर प्रत्येक बार भोजन के बाद गर्मागर्म पियें । इससे गैस वा एसिडिटी बिलकुल दूर हो जाएगी ।
* आधे चम्मच दालचीनी को पानी मे उबाले और ठंडा होने के बाद इसमें आधा चम्मच शहद मिलाकर सुबह खाली पेट पिए , पेट से गैस की समस्या कोसो दूर रहेगी ।
पेट में गैस, Pet Me Gas, पेट में गैस के उपचार, Pet Me Gas ka Upchar, पेट में गैस का इलाज, Pet Me Gas ka ilaj, पेट में गैस का उपाय, Pet Me Gas ka upay, पेट की गैस, Pet Ki Gas, पेट की गैस का इलाज, Pet Ki Gas ka ilaj, पेट की गैस का उपाय, Pet Ki Gas ka upay,
इस साइट के सभी आलेख शोधो, आयुर्वेद के उपायों, परीक्षित प्रयोगो, लोगो के अनुभवों के आधार पर तैयार किये गए है। किसी भी बीमारी में आप अपने चिकित्सक की सलाह अवश्य ही लें। पहले से ली जा रही कोई भी दवा बंद न करें। इन उपायों का प्रयोग अपने विवेक के आधार पर करें,असुविधा होने पर इस साइट की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी।