कैंसर (cancer )एक ऐसी बीमारी है जिसके कारण इस समय विश्वभर में सबसे ज्यादा लोगों की मौत होती है। लोगो को इसके प्रति जागरूक करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन हर वर्ष 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस के रूप में मनाता है।
लेकिन कुछ बातो को ध्यान में रखकर कैंसर से बचा जा सकता है। हम यहाँ पर आपको वह कैंसर के कारण बता रहे है जिनके कारण लोग कैंसर की गिरफ्त में आ जाते है। जानिए कैंसर के कारण, (cancer ke karan ), कैंसर क्यों होता है (cancer kyon hota hai )
तम्बाकू ,पान मसाला ,खैनी ,सुपारी इत्यादि से कैंसर के होने की सम्भावना बहुत ज्यादा बड़ जाती है।
शराब भी कैंसर को बढ़ावा देती है , अत: इसका बहुत ही कम या बिलकुल भी सेवन ना करें ।
शराब से मुंह, गले और खाने की नली में कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन सिगरेट और शराब दोनों को एक साथ लेने से कैंसर का खतरा 100 गुना अधिक बढ़ जाता है।
महिलाओं में स्तन कैंसर होने का खतरा उन महिलाओं को ज्यादा होता है जो अपने बच्चे को दूध नहीं पिलाती है । इसलिए महिला की सुरक्षा और बच्चे के समुचित विकास के लिए महिलाओं को अनिवार्य रूप से बच्चे को स्तनपान करवाना चाहिए ।
अपनी रसोईघर के खाने के तेल पर ध्यान दें । रिफाइन्ड आयल या पामोलिव आयल हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक सिद्ध होते है एवं एक ही तेल का बार बार प्रयोग ना करें इससे भी हमारे शरीर पर प्रतिकूल असर पड़ता है। भोजन पकाने में ऑलिव ऑयल, कोकोनट ऑयल या मूंगफली के तेल का इस्तेमाल करें।
सदैव ध्यान दें कि नमक का सेवन संतुलित मात्रा में करें। शोधों से पता चला है कि ज्यादा नमक खाने से पेट का कैंसर होने की सम्भावना बढ़ जाती है ।
हमें शक्कर का सेवन भी कम से कम करना चाहिए । एक अध्ययन के अनुसार महिलाओं में कोलोरेक्टल कैंसर की सम्भावना शक्कर के सेवन से बहुत बढ़ जाती है।
गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल लम्बे समय तक नहीं करना चाहिए। इन गोलियों के लम्बे समय तक प्रयोग करने से महिलाओं में लीवर और स्तन के कैंसर होने का खतरा अधिक हो जाता है इसके साथ हृदयघात की सम्भावना भी बढ़ जाती है।
मीट को हजम करने में ज्यादा एंजाइम और ज्यादा वक्त लगता है। ज्यादा देर तक बिना पचा खाना पेट में एसिड और दूसरे जहरीले रसायन बनाते हैं, जिनसे भी कैंसर को बढ़ावा मिलता है।
अधिक तले भुने चर्बी वाले खाद्द्य पदार्थों से भी कैंसर हो सकता है ।
बढ़ती उम्र के कारण हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, शरीर की सक्रियता भी कम होने लगती है। उस समय हमें संक्रमण आसानी से घेर लेते है। इन्ही संक्रमणों का समय से इलाज ना होने के कारण कई बार यह भी कैंसर का कारण बन जाते है।
मोटपा , किसी संक्रमणों ,जैसे एच.आई वी ,हेपेटाइटिस बी आदि की वजह से भी कैंसर की सम्भावना होती है ।
अनुवांशिक कारण /खानदानी कैंसर होना।
धुँआ ,प्रदूषण ,कीटनाशक ,पेंट ,थिनर आदि ।
इसके अतिरिक्त कोई अज्ञात कारण से भी कैंसर संभव है ।
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