कई बार बच्चे पढ़ाई में बहुत मेहनत करते है समय भी देते है लेकिन पढ़ा हुआ उन्हें सही समझ नहीं आता है और शायद इसलिए उन्हें सही तरह से याद नहीं होता है और इसका असर उनके मार्क्स अर्थात नंबर पर पड़ता है. लेकिन अगर वो जो भी पढ़े और उनको यह मालूम हो, विश्वास हो कि वह जो भी पढ़ेंगे आपको आसानी से याद हो जायेगा, उसमें आपको शत प्रतिशत नंबर मिलेंगे तो उनका आत्मविश्वास बहुत बढ़ जायेगा, उनको पढ़ने में मज़ा आएगा, उनका पढ़ाई में मन लगेगा | तो चाहे स्कूल या कॉलेज की पढ़ाई हो या कोई प्रतियोगी परीक्षा या आई ए एस, पी सी एस जैसी प्रतिष्ठा किन्तु कड़ी प्रतिस्पर्द्धा से भरी हुई परीक्षा सब में आपको अपनी मेहनत के श्रेष्ठ परिणाम प्राप्त होंगे |
हममे से प्रत्येक व्यक्ति को घर पर अपने प्रत्येक सामान के बारे में पूरी जानकारी होती है | हम हमारा टूथपेस्ट कहाँ पर है, हमारा पर्स, हमारा चश्मा, हमारे कपड़े, हमारे जूते, हमारी घड़ी कहाँ पर है हमें सब मालूम होता है, एक छोटे तीन चार साल के बच्चे को भी अपने खिलोने, अपने बैग, अपने सामान के बारे में जानकारी होती है और घर की औरतों को तो पूरे घर की अपने पूरी रसोई की सभी जानकारी होती है, जैसे कौन सा बर्तन, कौन सा मसाला, कहाँ पर रखा है किस डिब्बे में कौन सी दाल, या कौन सी वस्तु है इस बात की उनको पूरी जानकारी होती है | यह इसलिए होता है वह काम हमने किया होता है, सामान हमने रखा होता है या हम उसको एक नियत स्थान पर रखा हुआ पाते है | दर असल हमने ही वह किया होता है, बस यही फार्मूला चैप्टर तैयार करने / याद करने में भी लागु होता है |
आइये हम आपको पढ़ा हुआ याद रखने का बहुत ही आसान सा उपाय बताते है |
- आपको कुछ भी बार बार पढ़कर रटने की जरुरत नहीं है बस आपको एक चैप्टर को अधिकतम 4 – 5 बार ही पढ़ना है | इसमें अगर 7 – 8 तक के बच्चे को चैप्टर तैयार करना है तो उसके पैरेंट्स में कोई साथ थे और यदि बच्चा बड़ा हो तो वह अपने सहपाठी के साथ इसकी तैयारी कर सकता है |आपको एक पेंसिल और लिखने के लिए एक कॉपी की भी जरुरत होगी |
- आपको जो भी चैप्टर तैयार करना है सबसे पहले उसे अच्छी तरह से देख देख कर पढ़े जैसे आप कोई फिल्म देख रहे है, जब पूरी तरह से पढ़ ले फिर 5 मिनट आंखे बंद करके फिल्म की तरह उसे बंद आंको में देखे |
- फिर दूसरी बार पढ़ते हुए अपने हाथ में एक पेंसिल रखे और जो जो महत्वपूर्ण लगे, कुछ मुश्किल लगे वहां पर पेंसिल से निशान लगा लें उसे अंडरलाइन करें, और वहीँ पर संभावित सवाल तैयार करते हुए एक कॉपी पर लिखते चले, ध्यान रहे आपने जवाब को अंडरलाइन किया है, सवाल हर संभव हो, घुमा फिरा के हो काफी अधिक हो |
- तीसरी बार फिर उस चैप्टर को पढ़ते हुए जहाँ जहाँ पर आपने सवाल बनाया है वहां वहां पहुँच कर ठिठके, सवाल पढ़ें फिर उसका उत्तर याद करके उस उत्तर के मेन मेन पॉइंट लिखे , अगर याद ना आ रहा हो तो थोड़ी और कोशिश करें फिर उसका उत्तर देख कर पढ़ें और कॉपी में सवाल के नीचे लिख लें |
- अब एक बार अपनी कॉपी में लिखे सवाल जवाब को पढ़ें और मूल्याङ्कन करें कि आपको कितने सवालों के जवाब याद हो गए है |
- इसके बाद आप फिर 5 मिनट तक आँखे बंद करके मन ही मन में सवाल जवाब को पढ़ने की कोशिश करें | फिर एक बार उस पूरे चैप्टर को ध्यान पूर्वक पढ़ें, जहाँ जहाँ पर सवाल बने है वहां वहां पर उसका जवाब दोहराएं |
- हो रहा है ना आपकोआश्चर्य आपको पूरा चैप्टर याद हुआ है वरन वह सवालो के साथ तैयार हुआ है शत प्रतिशत |
- आपको यह सब इसलिए आसानी से याद हुआ, आपके दिमाग के एक हिस्से में सुरक्षित स्टोर हो गया क्योंकि आपके दिमाग ने अलग तरीके से पढ़ा है तैयारी की है आपके दिमाग को मालूम है कि सवाल आपने ही तैयार किये है यह सारा शो आपका ही है, आप ही इसके रचयिता है|
- आप इसको तुरंत करके देखिये, आपको कोई भी चैप्टर बहुत आसान बहुत ही छोटा लगेगा |