दाम्पत्य जीवन में प्रेम के उपाय,
Dampatya Jivan Me Prem ke upay,
भारतीय संस्कृति में पति और पत्नी का रिश्ता बहुत ही पवित्र रिश्ता माना जाता है। विवाह के बाद लड़की को एक नए घर में , नए लोगो के बीच , नए वातावरण, नयी संस्कृति, नए रीति रिवाजो का सामना करना पड़ता है। वह एक बिलकुल ही नयी दुनिया में प्रवेश करती है जहाँ पर उसका अपने ऊपर भी पूरा अधिकार नहीं होता है वह अपने पति को अपना तन, अपना मन, सब कुछ सौंप देती है । उसके सपने अब अपने पति के सपनो के साथ जुड़ जाते है।
इस बिलकुल ही नए माहौल में किसी को भी सामजस्य बनाने में समय लगता है, उसको अपने पति उसके घर वालो की आदतों का , उनकी अपेक्षाओं का भी पूरी तरह से ज्ञान नहीं होता है, ऐसे में उसके पति और ससुराल वालो को उसके साथ बहुत ही प्रेम और सहयोग से पेश आना चाहिए । उसका हर तरह से मार्गदर्शन करना चाहिए उसका उत्साह बढ़ाना चाहिए ।
लेकिन अगर इस प्रारम्भिक अवस्था में उसे बात बात पर टोका जाय उसके कार्यों में गलतियाँ निकाली जाय, उसे या उसके घर वालो को बुरा भला कहा जाय, उस पर बहुत पाबंदियाँ लगा दी जाय, उसके ऊपर उसकी इच्छा के विपरीत जबरदस्ती कोई भी कार्य करने के लिए दबाव बनाया जाय तो नव वधु के मन मस्तिष्क में एक नकरात्मक छवि बन जाती है जो आसानी से मिटती नहीं है। इसका परिणाम भविष्य में घर में कलह के रूप में सामने आता है और घर में कलह इस धरती में साक्षात नरक के समान है।
यदि घर में कलह होती हो , पति पत्नी के बीच सामंजस्य की कमी हो , दोनों के बीच सम्बन्ध अच्छे नहीं रहते हो तो यहाँ पर बताये जा रहे उपाय करें । जानिए दाम्पत्य जीवन में प्रेम के उपाय Dampatya Jivan Me Prem ke upay
Dampatya Jivan Me Prem ke upay, दाम्पत्य जीवन में प्रेम के उपाय,
- जीवन साथी का सान्निध्य, स्थाई प्रेम पाने के लिए, एक लाल कागज पर सुनहरे पैन से अपना व जीवन साथी का नाम लिखें। इसे एक लाल रेशमी कपड़े में दो गोमती चक्र, 50 ग्राम पीली सरसों के साथ एक पोटली की तरह बांध लें। फिर इस पोटली को किसी भी शुभ दिन के शुभ मुहूर्त में कपड़ों वाली अलमारी में कहीं छिपा कर रख दें।
- एक वर्ष बाद इसे किसी नदी या बहते हुए पानी में प्रवाहित कर दें और फिर इसी तरह की नयी पोटली बना लें । इस उपाय से पति पत्नी के मध्य प्रेम बना रहता है । यह उपाय पति या पत्नी दोनों में से कोई भी कर सकता है लेकिन इसे गोपनीय तरीके से करें ।
- यदि पति या पत्नी का ध्यान किसी और की तरफ आकृषित हो गया हो, या पति पत्नी के बीच अनबन होती हो, या एक दूसरे के प्रति उदासीन हो गए हो तो जमुनिया नग ‘ पर्पल एमीथीस्ट’ 10 से 15 रत्ती के बीच का चांदी या सोने के लॉकेट में बनवा कर, उसे पूजा के समय गंगा जल और कच्चे दूध से धोकर किसी भी शुभ दिन के शुभ मुहूर्त में धारण कर लें। इस उपाय को करने से दोनों के मध्य गलतफहमियाँ नहीं आती है, दोनों एक दूसरे को भली भाँति समझने लगते है , दोनों एक दूसरे के सुख दुःख में साथ बने रहते है ।
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