शनि की साढ़े साती के उपाय
Shani Ki Sade Sati Ke Upay
हम सभी के जीवन में हर समय किसी ना किसी ग्रह का प्रभाव रहता है , ग्रहों की महादशा, अंतर्दशा और प्रत्यंतर दशा चलती रहती है । इस धरती पर हम सभी से नित्य जाने अनजाने अच्छे बुरे कार्य होते रहते है , इन वर्तमान और अपने पिछले कर्मो के फल हमें भोगने ही पड़ते है।
शनि देव Sahni Dev को न्याय का देवता कहा गया है, जब शनि की दशा Shani Ki Dasha आती है तो वह मनुष्यों को उनके कर्मों के अनुसार ही फल प्रदान करते है । लोगों के हृदय में शनि की साढ़े साती Shani Ki Sade Sati, शनि की ढैय्या Shani ki Dhaiya के प्रति डर बैठा हुआ है।
माना जाता है कि शनि की साढ़े साती Shani Ki Sade Sati के दौरान व्यक्ति को डर, निराशा, कलह, विवाद, धन हानि, रोग, अपयश आदि का सामना करना पड़ता है, लाख प्रयास के बावजूद भी कार्यों अड़चने आती है, लेकिन यह सबके साथ नहीं होता है ।
शनि की साढ़े साती Shani Ki Sade Sati / शनि की ढय्या Shani ki Dhaiya का एक बहुत ही अचूक उपाय है, जिसको करने से निश्चय ही शनि ग्रह के अशुभ प्रभावों में कमी आती है।
शनिवार के दिन उड़द, तिल, तेल में गु़ड को अच्छी तरह से मिलाकर उसका लड्डू बना लें और फिर जिस जमीन पर हल न चला हो उस लड्डू को वहां पर चुपचाप गाड़ दें और शनि देव से अपनी भूलो, अपने पापो को क्षमा करने के लिए प्रार्थना करें ।
यह शनि के प्रकोप को कम करने का अचूक प्रयोग है । इस उपाय को बिलकुल चुपचाप तरीके से करें।