ॐ नमो भगवते अंजनाए महाबलाय स्वाहा ||
वाहन दुर्घटना नाशक यंत्र
- वाहन के साथ किसी भी प्रकार की छोटी बड़ी दुर्घटना होने की आशंका हमेशा बनी ही रहती है, चाहे दुर्घटना हो या न हो, फिर भी मन में कहीं न कहीं भय तो रहता ही है। कई बार दुर्घटना छोटी होती है जिसमें चालक को थोड़ी-बहुत चोट लगती है और वाहन को भी कुछ हानि ही पहुंचती है, लेकिन कई बार दुर्घटना का स्वरुप बड़ा ही भयावह होता है|
- बडे वाहनों के साथ दुर्घटना की आशंका हमेशा बनी रहती है और इसमें होने वाली दुर्घटना का स्वरूप भी बडा ही होता है। सड़क दुर्घटना में चाहे वाहन चालक, वाहन में बैठी अन्य सवारियां या सड़क पर जा रहे अन्य कोई भी लोग हो भुगतना ज्यादातर वाहन चालक को ही पड़ता है।
- यहाँ पर स्थापित सिद्ध “वाहन दुर्घटना नाशक यंत्र” Vahan Durghatna Nashak Yantra के नित्य ध्यान दर्शन से दुर्घटना के योग को टाला जा सकता है और उसके घातक परिणामों से अवश्य ही मुक्ति मिल सकती है। जिन लोगो को रोज़ वाहन का उपयोग करना पड़ता है या उनके वाहन व्यावसायिक रूप में चलते है उन्हें नित्य कुछ पल निकलकर इस अति उपयोगी यंत्र का अवश्य ही दर्शन करके अपनी सुखद और सुरक्षित यात्रा के लिए प्रार्थना करनी चाहिए ।
- मान्यता है कि इस यंत्र के प्रभाव से वायु पुत्र हनुमान जी वाहन को दुर्घटना से बचाते है, कैसी भी विपत्ति टल जाती है, यात्रा सफल होती है । वस्तुत: यह यंत्र वाहन के लिए रक्षा कवच का काम करता है। अत: प्रत्येक वाहन रखने वाले जातक को या तो इस यंत्र को सिद्ध करके अपने वाहन में लगाना चाहिए, या अपने घर के मंदिर में इसकी स्थापना करनी चाहिए अन्यथा इस साइट पर ही यात्रा से पूर्व इसके दर्शन अवश्य ही करने चाहिए |
- जीवन में कई बार ऐसा भी समय आता है जब व्यक्ति बहुत परिश्रम करता है, धर्म में भी उसकी आस्था होती है, कोई बुरे कार्य भी नहीं करता है फिर भी उसे उचित फलप्राण नहीं होते है, जीवन में लगातार संघर्ष बना रहता है, ऐसे समय में हम यंत्रों और पूजा पाठ का सहारा लेते है । मनुष्य की हर परेशानी के हल के लिए, हर इच्छा की पूर्ति के लिए अलग – अलग यंत्रों की सहायता ली जाती है ।
- किसी भी मनुष्य के लिए इस तमाम यंत्रों की स्वयं स्थापना और शास्त्रानुसार रखरखाव कर पाना नामुमकिन सा है । लेकिन अब विश्व में पहली बार इस साईट में अनेकों दुर्लभ सिद्ध यंत्रों की प्राण प्रतिष्ठा की गयी है । इस साईट पर दिए गए सभी यंत्रों को योग्य ब्राह्मणों द्वारा शास्त्रानुसार पूर्ण विधि विधानुसार इस तरह से जप, यज्ञ, द्वारा सिद्ध करके प्राण प्रतिष्ठित किया गया है जिससे सभी व्यक्तियों को ( चाहे वह किसी भी धर्म को मानने वाले हो) निश्चित ही अभीष्ट लाभ की प्राप्ति हो । तो अब आप भी इन अत्यंत दुर्लभ यंत्रों का अवश्य ही लाभ उठायें ।