Dhanteras par kya karen, धनतेरस पर क्या करें,
दीपावली से दो दिन पहले पड़ने वाला धनतेरस का पर्व वैद्य राज धनवंतरि और देवताओं के कोषाध्यक्ष कुबेर देव जी का दिन माना जाता है। धनतेरस पर क्या करें, dhanteras par kya karen, धनतेरस पर क्या खरीदें, Dhateras par kya kharide, यह जानना बहुत आवश्यक है।
‘धनतेरस’ को ‘धनवंतरि त्रयोदशी’ भी कहा जाता है इस दिन नए बर्तन विशेषकर पीली धातु का बर्तन या सोने चांदी की चीज खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है।
धनतेरस के दिन माँ लक्ष्मी जी के साथ भगवान धनवंतरि और कुबेर देव जी की पूजा से परिवार में आरोग्य और सुख – समृद्धि का वास होता है ।
धनतेरस के दिन लोग अपनी सामर्थ्य के अनुसार वस्तुएं खरीदते है, मान्यता है कि इस दिन कुछ विशेष वस्तुओं की खरीददारी करने से घर कारोबार में धन – धान्य की कभी कोई कमी नहीं रहती है।
परिवार में सुख शांति चाहते है तो अवश्य ही करें ये उपाय,
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धनतेरस पर क्या खरीदें, Dhateras par kya kharide,
वर्ष 2024 में धनतेरस का पर्व 29 अक्टूबर मंगलवार को मनाया जायेगा।
पंचांग के मुताबिक वर्ष 2024 त्रयोदशी तिथि का प्रारम्भ 29 अक्टूबर मंगलवार को सुबह 10.34 AM बजे से होगा और त्रियोदशी तिथि 30 अक्टूबर बुधवार को दोपहर 1.17 PM पर समाप्त होगी ।
इसके अतिरिक्त प्रदोष काल तथा वृषभ काल में भी धनतेरस की पूजा करना उत्तम रहेगा।
इस वर्ष 100 वर्ष के बाद धनतेरस पर त्रिपुष्कर योग का अद्भुत संयोग देखने को मिल रहा है । यह त्रिपुष्कर योगमंगलवार को 6.32 पर लगेगा, जो दूसरे दिन सुबह 10.30 तक देखने को मिलेगा ।
धनतेरस में खरीददारी, लाभ आम दिनों की जगह सहस्त्र गुना, चिर स्थाई होता है लेकिन त्रिपुष्कर योग के कारण इसमें तीन गुना तक और भी लाभ बढ़ जाता है और यह संयोग निकट भविष्य में तीन बार फिर होने की सम्भावना बहुत अधिक बढ़ जाती है ।
धनतेरस पूजन मुर्हुत 29 अक्टूबर 2023 –
प्रदोष काल – सांय 05:19 से 18:31 बजे तक
वृषभ काल – सांय 06:13 से 20:11 तक,
यम दीपम मुहूर्त – सांय 06.09 – रात 07.39
खरीददारी का शुभ मुहूर्त……
जिसमें पहला शुभ मुहूर्त उसके लग्न से कुंभ लघ्न होगा, जो दिन में 1.59 PM से लेकर दिन में दोपहर 3.30 PM तक रहेगा ।
दूसरा शुभ मुहूर्त वृषभ लग्न जो स्थिर लग्न होगा, यह सायं 6.35 PM से लेकर रात्रि 8.31 तक रहेगा ।
चर की चौघड़िया 9 बजकर 0 2 मिनट से 10 बजकर 32 मिनट तक का समय शुभ है।
लाभ की चौघड़िया दोपहर में 10.30 से दोपहर 12.08 मिनट तक
अमृत की चौघड़िया दोपहर 12.05 PM से दोपहर 1. 29 PM तक ।
शुभ की चौघड़ियों में दोपहर 3 बजे से 4.30 PM तक
लाभ की चौघड़िया रात्रि में 7.30 PM से रात्रि 9.01 से रात्रि
शुभ और अमृत की चौघड़ियों रात्रि में 10.30 PM से रात्रि 1.30 AM
जानिए कैसे करें दीपावली की पूजा की माँ लक्ष्मी की मिले असीम कृपा,
* मान्यता है कि भगवान धन्वंतरी bhagwan dhanvantri अमृत कलश लेकर समुद्र मंथन से इसी दिन प्रकट हुए थे। इस दिन पीतल और चाँदी खरीदना चाहिए क्योंकि पीतल भगवान धन्वंतरी bhagwan dhanvantri की धातु है। पीतल खरीदने से घर में आरोग्य, सौभाग्य और स्वास्थ्य की दृष्टि से शुभता आती है।
* धनतेरस Dhanteras के दिन चाँदी और पीतल खरीदने से भाग्य प्रबल होता है, घर में धन समृद्धि बढ़ती है, खरीदी हुई वस्तुओं में 13 गुना वृद्धि होती है।
धातु से बने बर्तन, सामान और गहने खरीदने के लिए धनतेरस Dhanteras का दिन वर्ष का सबसे दिन श्रेष्ठ दिन माना गया है।
इस दिन घर में धातु का सामान लाने से घर कारोबार में सदैव स्थिर लक्ष्मी का वास रहता हैं ।
* धनतेरस Dhanteras के दिन दीपावली dipavali में पूजन के लिए लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति जरूर लानी चाहिए। मान्यता है कि इस दिन दीपावली की पूजाके लिए गणेश लक्ष्मी खरीदने से घर धन धान्य से भरा रहता है। आर्थिक संकट पास भी नहीं आते है।
* धनतेरस के दिन देवताओं के कोषाध्यक्ष कुबेर देव kuber dev की पूजा का बहुत महत्व है । इस दिन घर में कुबेर देव kuber dev की तस्वीर को लाकर उसे उत्तर दिशा में लगाएं। और यदि कुबेर देव kuber dev की तस्वीर पहले से ही है तो उसे अच्छी तरह से साफ करके उसके ऊपर नयी साफ माला पहनाएं। धनतेरस के दिन घर में कुबेर देव की तस्वीर लगाने उनकी पूजा करने से घर कारोबार में धन समृद्धि भरी रहती है।
* माँ लक्ष्मी को कमलगट्टा बहुत प्रिय है। धनतेरस के दिन कमलगट्टे की माला खरीद कर उसे माँ लक्ष्मी को पहना दें या उसका आसन बना कर माँ लक्ष्मी की मूर्ति / फोटो को उसके ऊपर स्थापित कर दें । यह माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने उसका आशीर्वाद प्राप्त करने का बहुत जी अद्भुत उपाय है ।
* धनतेरस Dhanteras के दिन शंख को खरीदना अत्यंत शुभ समझा जाता है । धनतेरस Dhanteras के शंख को घर में लाकर उसे पूजा घर में रखकर उसकी भी पूजा करें और दीपावली पूजन के समय शंख को अवश्य ही बजाएं।
शास्त्रो के अनुसार जिस घर में नित्य पूजा में शंख को बजाया जाता है उस घर से माँ लक्ष्मी कभी भी नहीं जाती है और उस घर से सभी संकट दूर रहते है।
* माँ लक्ष्मी को कौड़ियाँ अत्यंत प्रिय है और जहाँ पर कौड़ियाँ होती है वहाँ पर माँ लक्ष्मी को रहना ही होता है। धनतेरस Dhanteras के दिन कौडियों को खरीदना बहुत ही शुभ माना जाता है। धनतेरस Dhanteras के दिन कौड़ियाँ लाकर उन्हें घर के मंदिर में रखे और सांयकाल माँ लक्ष्मी, कुबेर जी के साथ इनकी भी पूजा करे ।
दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजा के बाद इन कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर अपने धन स्थान / तिजोरी में रख दें। इस उपाय को करने से घर में धन की कभी भी कमी नहीं रहती है।
* धनिया माँ लक्ष्मी को बहुत प्रिय है । जिस घर में साबुत धनिया होता है वहाँ पर माँ लक्ष्मी अवश्य ही निवास करती है। धनतेरस Dhanteras के दिन घर पर साबुत धनिया / धनिया के बीज घर जरूर लाना चाहिए और इसे पूजा के बाद अपने घर के आंगन / गमले में छिड़क कर उसकी देखभाल करनी चाहिए।
कहते है धनिया आपके घर में जितना अच्छा फलेगा / उगेगा उतनी ही आर्थिक स्थिति अच्छी होती है ।
* धनतेरस के दिन घर में नई झाडू अवश्य ही लाएं । झाडू देवी लक्ष्मी जी का प्रतीक है जो घर से दरिद्रता, अलक्ष्मी को दूर भगाता है। धनतेरस Dhanteras के दिन घर में नई झाडू लाने से घर से दरिद्रता, नकारात्मक उर्जा दूर चली जाती हैं, और स्वच्छ घर में माँ लक्ष्मी का वास होता हैं।
* झाड़ू मात्र 40 – 50 रूपये की ही मिलती है लेकिन धनतेरस को इसके खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन घर में झाड़ू लाने से धन धान्य की कोई कमी नहीं रहती ।
* धनतेरस के दिन दीपावली की पूजा पर पहनने के लिए नए पीले या लाल नए वस्त्र खरीदना भी बहुत शुभ माना जाता है।