श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 2020,
हिन्दु धर्म में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी ( krishna janamashtami ) के पर्व को बहुत प्रमुख माना जाता है तंत्र शास्त्र के अनुसार, किसी भी सिद्धि प्राप्ति या मनोकामना पूर्ति के लिए चार रात्रियां सर्वश्रेष्ठ हैं। कालरात्रि ( दीपावली), दूसरी अहोरात्रि (शिवरात्रि), तीसरी दारुणरात्रि (होली) व चौथी है मोहरात्रि अर्थात जन्माष्टमी ( Janamashtami )
मान्यता है कि जन्माष्टमी ( janamashtami ) के दिन किसी भी प्रयोजन के लिए किये उपाय निश्चय ही शीघ्र फलदायी होते है। इस दिन पूर्ण श्रद्धा से किये गए उपायों से द्वारकाधीश भगवान श्रीकृष्ण के साथ माँ लक्ष्मी का भी पूर्ण आशीर्वाद मिलता है। जानिए सुख समृद्धि के लिए जन्माष्टमी के अचूक उपाय ( Janamashtami ke achuk upay )
janmashtmi ke sukh smraddhi ke upay,
धन-यश की प्राप्ति :- भगवान श्रीकृष्ण को पीतांबर धारी भी कहलाते हैं, पीतांबर धारी का अर्थ है जो पीले रंग के वस्त्र पहनने धारण करता हो। इसलिए श्री कृष्ण जन्माष्टमी ( shree krishna janamashtami ) के दिन किसी मंदिर में भगवान के पीले रंग के कपड़े, पीले फल, पीला अनाज व पीली मिठाई दान करने से भगवान श्रीकृष्ण व माता लक्ष्मी दोनों प्रसन्न रहते हैं, उस जातक को जीवन में धन और यश की कोई भी कमी नहीं रहती है ।
सर्व कार्य सिद्धि :- जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण जी के मंदिर में जटा वाला नारियल और कम से कम 11 बादाम चढ़ाएं । ऐसी मान्यता है कि जो जातक जन्माष्टमी ( janamashtami ) से शुरूआत करके कृष्ण मंदिर में लगातार सत्ताइस दिन तक जटा वाला नारियल और बादाम चढ़ाता है उसके सभी कार्य सिद्ध होते है, उसको जीवन में किसी भी चीज़ का आभाव नहीं रहता है।
व्यापार, नौकरी में तरक्की :- कई बार काफी कोशिशों के बाद व्यापार, नौकरी में मनवाँछित सफलता नहीं मिल पाती है इसलिए जन्माष्टमी ( janamashtami ) के दिन अपने घर में सात कन्याओं को घर बुलाकर उन्हें खीर या सफेद मिठाई खिलाकर कोई भी उपहार दें । ऐसा उसके बाद पांच शुक्रवार तक लगातार करें। इसे करने से माँ लक्ष्मी की कृपा से व्यापार, कारोबार में मनवाँछित सफलता मिलती है ।
स्थाई धन लाभ का उपाय :- जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण को पान का पत्ता अर्पित करें फिर उसके बाद उस पत्ते पर रोली से ” श्री ” मंत्र लिखकर उसे अपनी तिजोरी में रख लें। इस उपाय से लगातार धन का आगमन होता रहता है ।
विपुल ऐश्वर्य, स्थाई सुख समृद्धि :- जन्माष्टमी ( janamashtami ) की रात को 12 बजे जब भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था उस समय भगवान श्री कृष्ण का केसर मिश्रित दूध अथवा पंचामृत से अभिषेक करें। फिर उन्हें गंगा जल / साफ जल से स्नान कराकर वस्त्र अर्पित करके आसन / झूला पर बैठाएं । तत्पश्चात भगवान को मिश्री , मक्खन, मिठाई, फल अर्पित करके दक्षिणा चढ़ाएं, अंत में भगवान की आरती करके उनसे अपने यहाँ स्थाई रूप से रहने का निवेदन करें। जातक पूजा करने के बाद घर के सभी बड़े सदस्यो के चरण छूकर उनका आशीर्वाद भी अवश्य ही लें ।
इस उपाय से भगवान द्वारकाधीश एवं माँ लक्ष्मी दोनों की ही पूर्ण कृपा मिलती है एवं जातक को जीवन में स्थाई रूप से सुख-समृद्धि और विपुल ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है ।
इस बार वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के कारण यथा संभव जन्माष्टमी का पर्व घर पर ही मनाएं, मंदिरो में बहुत भीड़ ना इकठ्ठा करें, सामूहिक रूप से बने प्रशाद को लेने में भी परहेज करें ।