Friday, January 17, 2025
Homediwali, dipawalidiwali ka muhurat 2024, दिवाली का मुहूर्त,  

diwali ka muhurat 2024, दिवाली का मुहूर्त,  

diwali ka muhurat, दिवाली का मुहूर्त,  2024 ka diwali ka muhurat,

हिंदू धर्म में दिवाली के पर्व का बहुत ही अधिक महत्व है। दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा में दिवाली का मुहूर्त, diwali ka muhurat, बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। दिवाली का पावन पर्व वर्ष 2024 में 31 अक्टूबर दिन गुरुवार को मनाया जाएगा।

शास्त्रों के अनुसार, कार्तिक माह की अमावस्या के दिन ही भगवान श्री राम लंकापति रावण का वध कर के पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण जी के साथ अपने नगर अयोध्या वापस आए थे। उनके वापस आने पर अयोध्या के निवासियों ने दीप प्रज्ज्वलित करके उनका प्रसन्नता से शानदार स्वागत किया गया था। इसी खुशी में प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह की अमावस्या के दिन दिवाली का पर्व मनाया जाता है।

दीपावली, dipawali के दिन देवी लक्ष्मी जी के साथ गणेश जी और कुबेर देव की भी पूजा की जाती है।

दिवाली के दिन शुभ मुहूर्त में माँ लक्ष्मी – गणेश और कुबेर जी की पूजा करनी चाहिए, इससे पूरे वर्ष सुख – समृद्धि बनी रहती है धन का आगमन सरलता से होता रहता है। 

पंचांग के अनुसार अमावस्या तिथि गुरुवार 31 अक्टूबर को दोपहर 3 बजकर 55 मिनट से लगने वाली है, यह 1 नवंबर को शाम 6:18 तक रहेगी ।

चूँकि 31 अक्टूबर को प्रदोष काल में अमावस्या तिथि रहेगी इसलिए दीपावली का पर्व 31 अक्टूबर गुरुवार को ही मनाया जायेगा ।

शास्त्रों में दीपवाली के पाँचो पर्वो को बहुत महत्त्व दिया गया है और इन सभी पर्वो में मुहूर्त को बहुत विशेष माना गया है इसीलिए विशेषकर दीपावली का पूजन
सदैव शुभ मुहूर्त में ही करना चाहिए ।

दीपावली के दिन सांय 5:38 से लेकर 8: 35 तक लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त रहेगा। साथ ही 31 अक्टूबर की रात्रि को 11:45 से 1 नवंबर को तड़के 01:22 तक निशिता काल में लक्ष्मी पूजा करना बहुत ही शुभ रहेगा ।

जानिए कैसे करें दीपावली की पूजा की माँ लक्ष्मी की मिले असीम कृपा

जानिए दिवाली का मुहूर्त, diwali ka muhurat, 2024 में दिवाली का मुहूर्त, 2024 men diwali ka muhurat, दीपावली का मुहूर्त, dipawali ka muhurat, दिवाली का शुभ मुहूर्त, diwali ka shubh muhurat, दीपावली का शुभ मुहूर्त, dipawali ka shubh muhurat, दिवाली पर लक्ष्मी पूजा, diwali par lakshmi puja, diwali 2023 ka muhurat,

वर्ष 2024 में दिवाली का मुहूर्त, diwali ka muhurat, dipawali ka shubh muhurat,

2024 में दिवाली पर लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त- 2024 me diwali par pooja ka shubh muhurth,

इस बार दीपावली पर गजकेसरी, आयुष्मान, सौभाग्य योग और लक्ष्मी योग का निर्माण हो रहा है जी कि बहुत ही शुभ साबित होगा।

महा-लक्ष्मी के पूजन में प्रदोष काल, स्थिर लग्न व शुभ चौघाडिया तथा मुहूर्त विशेष का महत्व होता है |
शुभ मुहूर्त में पूजा करने से धन, स्वास्थ्य और आयु बढ़ती है। महालक्ष्मी पूजन सायंकाल प्रदोषकाल में करना चाहिए। ब्रह्मपुराण में कहा गया है:-

“कार्तिके प्रदोषेतु विशेषेण अमावस्या निषाबर्धके। तस्यां सम्पूज्येत देवी भोग मोक्ष प्रदायिनीम”।।

अर्थात लक्ष्मी पूजा दीपदान के लिए प्रदोष काल ही विशेषतया प्रशस्त माना जाता है।

वर्ष 2024 में दीपावली के पर लक्ष्मी पूजन का श्रेष्ठ मुहूर्त सांय 5:48 से लेकर 8:35 तक रहेगा।

मीन लग्न में दोपहर 3.20 PM से 4.48 PM तक

सिर्फ व्यापारिक प्रतिष्ठानों में पूजा के लिए चार मेष लग्न में 4.50 PM से 6.26 मिनिट तक

प्रदोष काल वृष स्थिर लग्न का मुहूर्त सांय 6 बजकर 28 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 8.27 मिनट तक रहेगा।

दिवाली पर निशित काल का पूजा का मुहूर्त:-

निशित काल का मुहूर्त : रात्रि 11:39 से मध्य रात्रि 1.21 तक,

सिंह लग्न का मुहूर्त: 00:12 मिनट से तड़के सुबह 02:30, तक का है ।

अवश्य जानिए दीपावली के दिन क्या करें जिसे पूरे वर्ष होती रहे धन की वर्षा, दिवाली की दिनचर्या,

दिवाली का मुहूर्त, diwali ka muhurat, चौघड़िया के अनुसार

दिन में व्यापारी वर्ग / आफिस में पूजा का मुहूर्त

चर की चौघड़िया : सुबह 10.31 से 12.00 तक, ,, ,,

अभिजीत मुहूर्त : सुबह 11.40 मिनट से दोपहर 12.08 मिनट तक का समय, ,, ,,

लाभ की चौघड़िया 12.00 मिनट से 01.30 PM तक का समय, ,, ,,

शुभ की चौघड़िया 4.30 मिनट से 6 बजे तक

सांय 05:40 से रात्रि 08:31 तक का समय

अमृत की चौघड़िया : 6 PM से 7.30 PM तक

चर की चौघड़िया : 7.30 PM से 9.00 PM तक

लाभ की चौघड़िया : 12.00 P AM से 1.30 AM तक

वर्ष 2024 में दिवाली पर लक्ष्मी पूजन का सर्वश्रेष्ठ  मुहूर्त, दिवाली का शुभ मुहूर्त, diwali ka shubh muhurat, 

दिवाली पर निशित काल का पूजा का मुहूर्त:-

वर्ष 2024 में दीपावली के पर लक्ष्मी पूजन का श्रेष्ठ मुहूर्त प्रदोष काल में सांय 5:48 से लेकर 8:35 तक रहेगा।

मीन लग्न में दोपहर 3.20 PM से 4.48 PM तक

सिर्फ व्यापारिक प्रतिष्ठानों में पूजा के लिए चार मेष लग्न में 4.50 PM से 6.26 मिनिट तक

प्रदोष काल में वृष स्थिर लग्न का मुहूर्त सांय 6 बजकर 28 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 8.22 मिनट तक रहेगा।

वृषभ काल का मुहूर्त सांय 06:40 से 08:22 तक रहेगा ।

दिवाली पर निशित काल का पूजा का मुहूर्त:-

निशित काल का मुहूर्त : रात्रि 11:39 से मध्य रात्रि 12.31 तक,

सिंह लग्न का मुहूर्त: 00:12 मिनट से तड़के सुबह 02:30, तक का है ।

गुरुवार को दोपहर 1.30 बजे से 3.00 बजे तक राहु काल है, राहु काल में लक्ष्मी पूजन नहीं करना चाहिए ।

This image has an empty alt attribute; its file name is Pandit-Mukti-Narayan-Pandey-Ji-1.jpeg

ज्योतिषाचार्य मुक्ति नारायण पाण्डेय
( हस्त रेखा, कुंडली, ज्योतिष विशेषज्ञ )

Pandit Ji
Pandit Jihttps://www.memorymuseum.net
MemoryMuseum is one of the oldest and trusted sources to get devotional information in India. You can also find various tools to stay connected with Indian culture and traditions like Ram Shalaka, Panchang, Swapnphal, and Ayurveda.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Translate »